तभी होगा देश आश्वस्त, जब होगी हर महिला सशक्त

पीजी कालेज कोटद्वार के खेल सभागार में आयोजित कार्यशाला में अपर पुलिस अधीक्षक प्रदीप रॉय, प्रधानाचार्य डॉ डीएम शर्मा, करियर काउंसिलिंग प्रकोष्ठ के संयोजक डॉ अमित कुमार जायसवाल ने आत्मरक्षा कार्यशाला की महत्ता पर प्रकाश डाला। वक्ताओं ने देशभर में बढ़ते महिला अपराध के ग्राफ पर चिंता जताते हुए छात्राओं को आत्मरक्षा के प्रति जागरूक किया। एसआई भावना भट्ट ने कहा कि बेटियां को अपराधों पर चुप्पी तोड़नी होगी। चुप्पी अपराध को बढ़ावा देती है। समाज को भी अपराधियों को सलाखों के पीछे करने के लिए सहयोग देना चाहिए। घर, बाजार, कॉलेज आते जाते समय कोई अराजकतत्व कमेंट्स करता है या छेड़छाड़ करता है तो उसका पुरजोर विरोध करें। सबसे पहले अपने परिजनों को बताएं। ऐसे मामलों की शिकायत पुलिस से जरूर करनी चाहिए। उन्होंने छात्राओं को उनके अधिकारों और कानूनों के बारे में बताया। कहा कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल सावधानी पूर्वक किया जाना चाहिए।
आत्मरक्षा टीम में शामिल कांस्टेबल दीपेंद्र सिंह और हेमलता ने छात्राओं को आत्मरक्षा के लिए कई महत्वपूर्ण टिप्स दिए। इस दौरान गला पकड़, वन हैंड पंच, दो हाथों से झपट्टा मारना, आक्रमण के दौरान स्वयं की सुरक्षा के लिए किक मारना, अपराधियों या मनचलों द्वारा सामूहिक रूप से आक्रमण करने की स्थिति में स्वयं को सुरक्षित करने के तरीकों का प्रशिक्षण दिया। अपराजिता कार्यक्रम में आत्मरक्षा टीम में महिला कांस्टेबल भुवनेश्वरी, युद्धवीर सिंह चौहान, अरविंद चौहान समेत 93 प्रतिभागी मौजूद रहे।